साँसें थम गई, रूह महक गई,
उसके आने से जैसे जीवन को नयी पहचान मिल गई |
बन गया वह मेरे जीवन का हमसफ़र
पार हर आँधी, हर किनारा, हर डगर ||
सोचू यही की उसके बिना क्या होगा जीना
मिलेगा चैन दिल को कभी ना |
पाया उसे तो पाया है जीवन में सारा
जैसे दरिया को मिल गया हो किनारा ||